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बीएयू में विश्व रेबीज दिवस पर लगा पशु चिकित्सा शिविर, किया गया जागरूक

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बीएयू में विश्व रेबीज दिवस पर लगा पशु चिकित्सा शिविर, किया गया जागरूक

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी संकाय में मंगलवार को विश्व रेबीज दिवस मनाया गया। संकाय के पशु जनपदिक रोग विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों को कुत्तों की रेबीज बीमारी के सबंध में जागरूक किया गया। मौके पर कुत्तों के लिए मुफ्त रेबीज का टीकाकरण, कृमिनाशक दवा का वितरण एवं स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया।

शिविर का उद्घाटन  प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ जगरनाथ उरांव ने किया। उन्होंने बताया कि विश्व रेबीज दिवस पहली बार 28 सितंबर, 2007 को मनाया गया था। उन्होंने कहा कि ‘विश्व रेबीज दिवस’ के लिए इस वर्ष का विषय ‘रेबीज: तथ्य, डर नहीं’ है। यह दिवस लोगों में डर को खत्म करने और उन्हें तथ्यों के साथ सशक्त बनाने पर आधारित है। इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक इस बीमारी के प्रकोप को खत्म करना है।

पशु जनपदिक रोग के विभागाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि रेबीज एक संक्रामक बीमारी है। यह मनुष्य सहित सभी प्रकार के गर्म खून वाले जीवों को प्रभावित कर सकती है। यह बीमारी मुख्यतः कुत्तों के काटने से मनुष्य में फैलता है। इसलिए कुत्तों को रेबीज का टीका अवश्य लगाना चाहिए।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व में हर साल 59,000 लोग रेबीज के कारण मरते हैं। इनमें से 90 प्रतिशत को रेबीज से संक्रमित कुत्ते के काटने से रैबीज हुआ होता है। भारत में प्रत्येक वर्ष रेबीज से 18,000 से 20,000 लोगों की मृत्यु होती हैं। इन मौतों में कई बच्चे होते हैं। एक बार जब व्यक्ति को रेबीज के संकेत और लक्षण होने शुरू हो जाते हैं, तो बीमारी लगभग हमेशा मौत का कारण बनती है। जिस किसी को भी रेबीज होने का खतरा हो, उन्हें सुरक्षा के लिए रेबीज का टीका अवश्य लगा लेना चाहिए।

डॉ पांडेय ने बताया कि इस एकदिवसीय शिविर में 50 कुत्तों को रेबीज का टीका लगाया गया। 70 कुत्तों को कीड़ा मारने की दवा दी गई। पशु चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा कुत्तों की स्वास्थ्य जांच की गयी। रेबीज से बचाव के उपायों को बताया गया।

शिविर के संचालन में विभाग के डॉ पंकज कुमार और डॉ प्रिसिला केरकट्टा, पशु औषधि विभाग के डॉ प्रवीण कुमार, प्रसार शिक्षा विभाग के डॉ भूषण कुमार ने सहयोग किया। टीकाकरण एवं स्वास्थ्य चिकित्सा जांच में वेटनरी क्लीनिकल कॉम्पलेक्स के अध्यक्ष डॉ अभिषेक कुमार, डॉ विनोद, डॉ स्मृति, डॉ बिद्या भूषण, डॉ आलोक एवं इंटर्न वेटनरी डॉक्टरों का योगदान रहा।

वीरबक एनिमल हेल्थ द्वारा रेबीज का टीका उपलब्ध कराया गया। वीरबक के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ तपन शर्मा, डॉ सुजीत कुमार एवं नीरज ने भी शिविर संचालन में सहयोग किया।

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