बिरसा कृषि विश्वविद्यालय ने झारखंड ट्राइबल एम्पावरमेंट एंड लाइवलीहुड परियोजना के तहत झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसाइटी के सौजन्य से कृषि में प्लास्टिक कल्चर तकनीक के प्रयोग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया। विवि के कृषि अभियंत्रण विभाग में संचालित इस प्रशिक्षण में जेएसपीएल से जुड़े बुंडू, तमाड़ एवं अनगड़ा प्रखंड के 60 किसानों के दल ने भाग लिया।
परियोजना अन्वेंषक डॉ प्रमोद राय ने प्लास्टिक कल्चर तकनीकी के विभिन्न आयामों में वर्षा जल संग्रह, प्लास्टिक प्रो ट्रे में पौध उगाना, प्लास्टिक की लो टनल (गुफा नुमा) तकनीक, ड्रिप सिंचाई, प्लास्टिक पलवार, उर्वरिकरण, अस्थाई शेडनेट संरचना, बहुउद्देशीय हरित गृह, छत विस्थापित हरित गृह, कम लागत के राईपनिंग चैम्बर की व्यावहारिक तकनीकों से अवगत कराया।
किसानों के दल को कृषि अभियंत्रण विभाग द्वारा संचालित एग्रो प्रोसेसिंग केंद्र का भ्रमण कराया गया। वहां कृषि संवर्धन ईकाई-पीएचईटी के परियोजना अन्वेंषक डॉ एसके पांडे ने दाल, मसाला, तेलहनी एवं टमाटर फसल की नवीनतम कृषि संवर्धन तकनीकों की व्यावहारिक जानकारी दी।
प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम का संचालन में सीनियर रिसर्च फेलो डॉ विकास कुमार सिंह तथा यंग प्रोफेशनल्स अरुण कुमार ने सहयोग दिया।
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