बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के दल ने मंगलवार को किसानों को अनगड़ा में अरहर उत्पादन प्रौद्योगिकी पर प्रशिक्षण दिया. अनगड़ा के मोबाइल एग्रीकल्चर स्कूल एंड सर्विस (मास) के प्रशिक्षण भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रखंड के लालगढ़, सिमलिया तथा सोसो गांव के करीब 50 पुरुष एवं महिला जनजातीय किसानों ने भाग लिया. वैज्ञानिकों के दल ने किसानों की समस्या को जाना और निदान के उचित उपाय बताये . मौके पर डॉ नीरज कुमार ने अरहर फसल के उचित देखभाल से सबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी. कीट वैज्ञानिक डॉ विनय कुमार ने अरहर फसल में लगने वाले कीड़े – मकोड़े से बचाव के तरीके बताये. समय पर दवा एवं उसकी उचित मात्रा के प्रयोग की विधि की जानकारी दी. पौधा रोग वैज्ञानिक डॉ एचसी लाल ने अरहर की खड़ी फसल पर रोगों के लक्षण, उनकी तीव्रता का समय तथा उपचार के विधियों के बारे में किसानों को जानकारी दी. प्लांट ब्रीडर डॉ सीएस महतो ने फसल लगाते समय अरहर के प्रभेदों, खाद, शस्य कार्य के विषय में विस्तृत जानकारी दी.
बीएयू के वैज्ञानिकों ने किसानों के खेतों में जाकर अरहर की खेती देखी. उचित सलाह दी. कार्यक्रम के दौरान किसानों के बीच दवा छिड़काव मशीन एवं दवा का वितरण किया, ताकि किसान समय रहते दवा का उचित उपयोग से फसलों को हानि से बचाया जा सके. मौके पर संतोष कुमार, अर्जुन महतो, रविन्द्र कुमार, संजय कुमार एवं दीपू उपाध्याय मौजूद थे.
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