भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) द्वारा गठित राइस मोनिटरिंग टीम ने मंगलवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में चावल पर चलाई जा रही अनुसंधान गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस दल ने राइस रिसर्च फार्म में चावल पर हो रहे सभी 55 प्रयोगों को देखा। विभिन्न पारिस्थिकी के लिए पौध सामग्री, जर्म प्लाज्म, न्यूक्लीएस बीज उत्पादन की जानकारी ली।
वर्षा की अनियमितता को देखते हुए सूखा सहिष्णु किस्मों के अनुसंधान पर जोर दिया। इस दल में भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के पौधा प्रजनक डॉ जे अरविन्द कुमार और केन्द्रीय ऊपराऊं भूमि अनुसंधान केन्द्र, हजारीबाग के डॉ एनपी मण्डल शामिल थे। परियोजना प्रभारी डॉ कृष्णा प्रसाद ने अनुसंधान की प्रगति और गतिविधियों की जानकारी दी। मौके पर डॉ रविन्द्र प्रसाद, डॉ अशोक कुमार सिंह और डॉ एमके वर्णवाल भी मौजूद थे।
Source: http://www.dainikjharkhand.com/jharkhand-news/ranchi/emphasis-on-the-research-of-dry-tolerant-varieties-of-rice.html