मेला समापन समारोह से पहले राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मूर्मू ने वानिकी संकाय में 64 बेड 32 कमरों वाली बालिका छात्रावास का शिलान्यास किया. छात्रावास का निर्माण आईसीएआर के सौजन्य से होगा. मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सत्येन्द्र सिंह, डॉ परविंदर कौशल, डॉ केके शर्मा, डॉ टीआर शर्मा, डॉ महादेव महतो,डॉ कौशल कुमार आदि मौजूद थे.
बीएयु स्थित राज्य स्तरीय किसान मेला का तीसरा दिन
कृषि वैज्ञानिक व छात्र गाँव में जाकर किसानों को व्यावहारिक जानकारी दे : राज्यपाल
रांची I कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेला का सोमवार को समापन हुआ. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कृषि क्षेत्र के वैज्ञानिकों और छात्रों को ग्रामीण स्तर पर सामाजिक एवं आर्थिक विकास हेतु गाँवों में जाकर किसानों को उन्नत कृषि प्रणाली की व्यावहारिक जानकारी उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने कृषि क्षेत्र के छात्रों को एक गाँव को गोद लेने , गाँवों में सप्ताह भर रहने और किसानों को खेत की तैयारी से लेकर फसल कटने तक और फसल कटाई उपरांत के तकनीकों से अवगत कराने एवं किसानों की जमीनी समस्यायों से रूबरू होने की बात कही.
उन्होंने कहा कि इस तरह के बहु उपयोगी मेले का आयोजन राज्य के प्रत्येक प्रखंड में की जानी चाहिए. कम से कम भूमि में समेकित कृषि प्रणाली को अपनाकर अधिक लाभ प्राप्त करने के तकनीकों का व्यापक प्रसार और किसानों को प्राथमिक कृषि से माइक्रो तकनीकी कृषि की ओर उन्मुख करने व प्रेरित करने की जरूरत है. देश की आत्मा गाँवों में बसती है और किसानों की आय में बढ़ोतरी से ही गाँवों का विकास होगा. किसानों के हित में कृषि के सभी हितधारकों को तकनीको के माध्यम से सभी संभव प्रयास किये जाये.
स्वागत भाषण में कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने बताया कि इस मेले में लाभकारी कृषि हेतु उपयुक्त कृषि प्रणाली विषय के अधीन ग्यारह तकनीको को प्रदर्शित किया गया. इन तकनीकों के प्रदर्शन से राज्य में किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी. मेले में सभी जिलो के किसानो ने भाग लिया और कृषि के बहुअयामी तकनीकों से अवगत हुए. आईसीएआर के पांच राष्ट्रीय के सहयोग से आयोजित इस मेले में सभी जिलो के किसानो की भागीदारी और विश्वविद्यालय के अधीन कार्यरत सभी ग्यारह महाविद्यालयों के छात्रों की सहभागिता से किसान हित में कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने में मदद मिलेगी.
मौके पर भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान के निदेशक डॉ केके शर्मा ने आईसीएआर संस्थानों के सहभागिता से एक ही जगह सभी तकनीकी का प्रदर्शन को किसानो के लिए बेहतर अवसर और राज्य कृषि विकास हेतु उपयोगी बताया. धन्यवाद ज्ञापन निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उराँव ने दी. मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सत्येन्द्र सिंह, डॉ टीआर शर्मा, सभी निदेशक, सभी डीन, छात्र – छात्राएँ और भारी संख्या में 12 जिले के किसान मौजूद थे.
राज्यपाल ने किसानों को सम्मानित किया
समापन समारोह के अवसर पर राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मूर्मू ने उद्यान में उत्कृष्ट प्रदर्शनी के लिए पिठोरिया (रांची) की मुन्नी देवी चौरसिया को शकरकंद और मीठी चटनी, भण्डरा (लोहरदगा) के धनेश्वर महतो को अदरख एवं इमली की खेती हेतु सम्मानित किया और पारितोषिक भेंट दी. उन्होंने 40 बी वाहिनी आएटीबीपी को पेंजी,गेंदा, डहेलिया,अरेलिया, गुलदस्ता में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सम्मानित किया. इसके अलावा कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शनी एवं योगदान के लिये श्रीमती पूपेन कच्छप,गनसु महतो, मुखराम यादव, श्रीमती शीला उराँव,मो मक़सूद आलम, रामजीत बेसरा, सत्येन्द्र उराँव, राम महतो, शिवनाथ कुशवाहा, नीरज कुमार, मिथिलेश कुमार यादव, विवेकानंद गोराई, भिंसरी गंझू, अमिन किस्कू, लाल संतोष कुमार नाथ तथा गढ़वा की स्वसेवी संस्था बीसीसीएल जनसेवा ट्रस्ट को सम्मानित किया और पारितोषिक भेंट दी.
कृषि मशीनीकरण एवं उर्जा प्रबंधन स्टाल ने किसानों को आकर्षित किया
मेले में कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय की ओर से कृषि मशीनीकरण एवं उर्जा प्रबंधन विषय पर सबसे बड़ी प्रदर्शनी लगाई गयी थी. इसके स्टाल में महिला कृषको हेतु उपयोगी कृषि यंत्रो में हस्तचालित धान रोपाई, कोनोवीडर,पॉवर वीडर, व्हील हैण्ड हो, डच हो, हैण्ड मेजशेलर, रीपर, थ्रेसर के अलावा कम लागत से अधिक लाभ देने वाली पशुचालित एवं हस्तचालित कृषि उपकरणों को प्रदर्शित किया गया. इसके अतिरिक्त नवीकरण उर्जा में सोलर चालित संयंत्र व बायो गैस की प्रदर्शनी दिखाई गयी. इन उपकरणों एवं संयंत्र में किसानो ने विशेष रुचि ली.
उन्नत एवं आधुनिक कृषि प्रणाली स्टाल
इसके स्टाल में टपक सिंचाई, प्लास्टिक तालाब, ग्रीन हाउस, हरित गृह, प्लास्टिक लो टनल की तकनीकें प्रदर्शित की गयी. विशेषज्ञ के अनुसार इन उन्नत एवं आधुनिक तकनीको से कृषि को लाभकारी और किसानो की आय दुगूनी करने में मदद मिलेगी.
मुख्य थीम पंडाल
मेले के मुख्य विषय लाभकारी कृषि हेतु उपयुक्त कृषि प्रणाली पर मुख्य थीम पंडाल में प्रादर्श से एक ही जगह पठारी एवं वर्षाश्रित कृषि आधारित उपयोगी तकनीको को प्रस्तुत किया गया. इस स्टाल को डॉ डीएन सिंह के नेतृत्त्व में डॉ एके सिंह, डॉ बीके अग्रवाल और डॉ कौशल कुमार ने तैयार की थी.